
Dengue:डेंगू एक संक्रमण बीमारी है जो की मच्चर के काटने से होती है और बुखार के रूप प्रकट होती है पूरी दुनिया में लगभग 300 करोड़ लोग हर साल इसका शिकार होते है और लाखो लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है यह बीमारी, भारत, चीन, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, श्रीलंका, साउथ अफ्रीका जैसे दुनिया के 100 से ज्यादा देशो में फैली है | अकेले भारत में ही हर साल लाखो लोग इसकी चपेट में आ जाते है और सही समय पर इलाज न होने के कारन हज़ारो लोगो की इसमें मौत हो जाती है
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डेंगू (Dengue) के मुख्य लक्षण
डेंगू मच्चर के द्वारा फैलाये जाने वाले वायरस से होता है | डेंगू से तेज बुखार, सिरदर्द, जोड़ो में तेज दर्द, माँसपेसियो में अकड़न आदि होता है इससे होने वाला बुखार काफी तेज होता है जिसे हड्डी तोड़ बुखार कहते है बता दे ये डेंगू मछरो की मादा मच्चर या लेडी मच्चर के काटने से होता है क्यूंकि मादा मच्चर में फ्लेविविरिडे नामक एक वायरस पाया जाता है जिसे डेंगू संक्रमण होता है इस संक्रमण से बचने के लिए हमारा शरीर अपना टेम्परेचर बढ़ा देता है
जिससे हमें बुखार हो जाता है दरशल इस संक्रमण से बचने के लिए यह शरीर की एक प्रतिक्रिया होती है क्यूंकि ज्यादा तापमान पर यह वायरस नहीं रह सकता इसलिए हमारा शरीर अपना तापमान बढ़ा लेता है.
डेंगू (Dengue) के गभीर मुख्य लक्षण
डेंगू होने के सात दिन बाद इसके लक्षण देखने शुरू हो जाते है जैसे की सर में दर्द , हड्डीओं में दर्द, माँसपेसियो में अकड़न, जी मचलना, उलटी, दस्त, त्वचा का लाल होना आदि हो सकते है | नार्मल डेंगू होने पर शरीर का तापमान 104 डिग्री फेरनहेइत हो जाता है जबकि इससे अधिक तापमान होने पर इसे गंभीर डेंगू की श्रेणी में रखा जाता है | अधिक गंभीर मामला होने पर मरीज को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती करना जरूरी होता है वर्ना मरीज की जान भी जा सकती है
डेंगू (Dengue) से होने वाले शारीरिक परिवर्तन
अधिक गंभीर होने के लक्षण निम्नलिखित है तेज पेट में दर्द, नाक और मसूड़ो से खून आना, साँस लेने में कठिनाई, मल मूत्र के खून आना, उलटी में खून आना, आदि | ऐसे लक्षण दिखने पर मरीज को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती करना चाहिए

डेंगू के बचाव , Dengue से कैसे बचा जा सकता है
- डेंगू से बचने के लिए अपने घर के आस पास पानी इखट्टा न होने दे क्यूंकि ठहरे हुए पानी में मचार पनपते है और इन्ही लेडीज मच्चर की वजह से डेंगू होता है इसलिए सुनिचित करे की
- किसी प्रकार का पानी जैसे की कूलर, टैरो, आदि में जमा तों नहीं है इन्ही जगहों में मच्चर अंडे देते है आपके आस पास अगर कोई ऐसा पानी का सिरोत है जिसे ढका नहीं जा सकता तो आप उसमे थोड़ा सा मिटटी का तेल या कीटनासक दाल सकते है
Dengue डेंगू में कौन सी दवा लेनी चाहिए
- Paracetamol
- mild analgesic-antipyretic therapy
- Electrolyte
- Transfusion of platelets
1 .वैसे तो डेंगू Dengue के लिए कोई मुख्य दवा अभी तक निश्चित नहीं है लेकिन बुखार और दर्द को कम करने के लिए acetaminophen दवा का प्रयोग डॉक्टर्स बताते है लेकिन कुछ डॉक्टर डेंगू के लक्षणों के आधार पर इसका इलाज करते है और अपने अपने अनुभव के आधार पर अलग अलग तरह के उपचार देते है
2 .अगर किसी व्यक्ति को डेंगू के हल्के लक्षण जैसे- शरीर में सुस्ती, हल्का बुखार और कमजोरी महसूस होती है, तो उसको चिकत्सक mild analgesic-antipyretic therapy) लेने की सलाह दे सकते हैं. और इसमें Paracetamol देते है जिससे बुखार कम हो जाए और मरीज को रहत मिले।
3 .डेंगू से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी के हो जाती है और उस व्यक्ति को गला सूखना, मुंह का सूखना, चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना जैसे लक्षण दिखाए देने लगते है तो इस अवस्था में मरीज को इलेक्ट्रोलाइट भी दिया जा सकता है.
4 .डेंगू से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में कुछ मामलों में प्लेटलेट्स की संख्या काफी ज्यादा कम हो जाती है. इस अवस्था में मरीज को डॉक्टर प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए प्लेटलेट्स चढ़ाने की सलाह दे देते है जिससे मरीज की जान बचाई जा सके।
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निष्कर्ष:-
यह पूरी जानकरी हमने आपको पूरी तहर स्वास्थ सम्बंधित जांच करके दी है ,हमारी दी हुई जानकारी के आधार पर दवा का सेवन न करे क्युकी सभी व्यक्ति का ब्लड ग्रुप अलग होता है इसलिए डेंगू (Dengue) के कोई भी लक्षण अगर सामने आए तो अपने चिकित्सक से तुरंत परामर्श अवश्य ले इससे आपको स्वास्थ को कोई खतरा नहीं होगा।